Manipur violence संसद में तीखी बहस प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी के बीच।
मणिपुर में वायलेंस रुकने का नाम नहीं ले रहा है और जातीय हिंसा और हर तरह के हिंसा बढ़ती जा रही है 2023 में हिंसा स्टार्ट हुई है जो दो तीन महीने मे और भी तेज़ हो गई है जिसमें मारपीट कर काट डकैती सब कुछ शामिल है रेप और भी बहुत कुछ जिसमें आज भी संसद में मोदी और राहुल गांधी के बीच तीखी जंग हुई और भी संसदीय लोग लोगों के बीच तीखी जंग देखने को मिला बस देखने को मिला ।
आज संसद में राहुल गांधी ने Manipur Violence के बारे में क्या कहा।
राहुल गांधी ने मोदी पर आप प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को ऐसा लगता है कि मणिपुर यह देश का हिस्सा ही नहीं है तीखी जंग लगाते हुए बहस करते हुए कह रहे हैं मोदी पर राहुल गांधी की आपको कुछ असर ही नहीं करता है कि मणिपुर में क्या चल रहा है क्या हो रहा है ऐसा क्यों देखने को मिलता है जबकि यह देश का हिस्सा है और वहां पर जंग हिंसा रूप में रुकने का नाम नहीं ले रही है हमेशा हिंसा बढ़ता जा रहा है जबकि मोदी ने इसके ऊपर अपना करारा जवाब दिया
प्रधान मंत्री मोदी ने संसद में कॉन्ग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा मनीपुर वायलेंस के बारे में ।
मणिपुर हिंसा में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपनी जवाब देते हुए कहा कि जब जब कांग्रेस की सरकार थी मेरी सरकार मेरी शान नहीं थी तो 10 बार प्रेसिडेंट रूल लागू करना पड़ा इन्हीं कर्म से प्रधानमंत्री मोदी ने करारा जवाब देते हुए कहा कांग्रेस की सरकार थी तब 1993 में इसी तरह हिंसा देखने को मिला था इससे कहीं बढ़कर उन्होंने जवाब देते हुए जवाब देते हुए संसद में अपनी बयान में उन्होंने कहा है ।
मणिपुर हिंसा का सारांश
मणिपुर हिंसा का सारांश यह है कि किसी की सरकार में हिंसा चालू हुई हो या हिंसा हो रही हो किसी की तरफ से इसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए सख्त से सख्त जो लोग इस तरह के हिंसा को बढ़ा रहे हैं जो बढ़ावा दे रहे हैं उनको शक्ति से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए हम इसी तरह से मांग करते हैं सरकार से किसको पर रोक होनी चाहिए क्योंकि इससे आम लोग गरीब लोग हर तरह के लोगों को नुकसान उठाने पड़ रहा है वहां के लोगों को और दिक्कतें आ रही है स्कूल में बच्चों को दिक्कत आ रही है और बाजारों में भी दिक्कत आ रही है मार्केट करने वाले लोगों को तो इस तरह के जाती हिंसा हो या जिस तरह कभी हिंसा हो यह हिंसा को रोकना चाहिए क्योंकि यह किसी की सरकार में हो या अच्छा नहीं है एक आम इंसान आम लोगों के लिए इंसानों के लिए अच्छा नहीं है तो सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और इसके ऊपर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि किसी की भी जान कीमती होती है किसी की जान अगर चली जाती है तो इससे नुकसान पूरी देश को उठाना पड़ता ही है अगर इस देश को नहीं उठाना भी पड़ता हो लेकिन फैमिली को घर वालों को उठाना पड़ता है तो इसका इस बात का ध्यान रखना चाहिए और इसके ऊपर पोलो पार्टी पॉलिटिक्स नहीं करनी चाहिए पॉलिटिक्स बचना चाहिए बल्कि लोगों की जान की कदर करनी चाहिए ।
मणिपुर हिंसा 2023 से देखने को मिल रहा है लेकिन यह दो-तीन महीने से ज्यादा ही बढ़ गई है हिंसा को चाहे मोदी बीजेपी की सरकार हो या कांग्रेस की सरकार हो या किसी की भी सरकारे हिंसा को रोकने के लिए जोर जोर का कदम उठाना चाहिए जिससे यह हिंसा रुक जाए ।
ये आर्टिकल हम ने संसदीय विडियो को देख कर बनाया है। आज मनीपुर की ताजा खबर।Neet Paper Leak मामला राहुल गांधी ने लोकसभा में मुद्दा उठाया ओम बिरला ने माइक बंद कर दिया